Jalore सांचौर उपखंड अधिकारी से बदसलूकी: Gehlot government में मंत्री के भतीजे की दादागिरी मामला, सांचौर उपखंड अधिकारी ने सदराम विश्नोई के खिलाफ कराया मुकदमा दर्ज, सदराम का पूर्व के एसडीएम से भी हुआ था विवाद

राजस्थान की गहलोत सरकार में मंत्री के भतीजे की दादागिरी का मामला सामने आया है। मंत्री जी के भतीजे ने सांचौर उपखंड अधिकारी एवं मजिस्ट्रेट के साथ बदसलूकी की। एसडीएम के साथ बदसलूकी करने के साथ ही सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और राजकार्य में बाधा डालते हुए सरकारी पत्रावलियों तक को फाड दिया।

जालोर। 
राजस्थान की गहलोत सरकार में मंत्री के भतीजे की दादागिरी का मामला सामने आया है। मंत्री जी के भतीजे ने सांचौर उपखंड अधिकारी एवं मजिस्ट्रेट के साथ बदसलूकी की। 
एसडीएम के साथ बदसलूकी करने के साथ ही सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और राजकार्य में बाधा डालते हुए सरकारी पत्रावलियों तक को फाड दिया।
 इस मामले में सांचौर उपखंड अधिकारी ने अधिवक्ता सदराम विश्नोई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जानकारी के मुताबिक सांचौर उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश माचरा सोमवार को उपखंड कार्यालय में बैठे थे। सुबह करीबन साढ़े 10 बजे अधिवक्ता सदराम विश्नोई और अन्य कुछ लोग उनके कार्यालय में जबरन घुस गए। 
इसके बाद सदराम विश्नोई ने एसडीएम से बदसलूकी की। एसडीएम को धमकी देते हुए उसके मुताबिक फैसला देने के लिए कहा। 
इसके बाद सदराम ने आवेश में आकर एसडीएम से गाली गलौज की और सरकारी संपत्ति को नुकसार पहुंचाया। इस दौरान कार्यालय में कांच की टेबल को पेपर वेट से तोड़ दिया।


एसडीएम ने रात 11 बजे थाने जाकर दर्ज कराया मुकदमा 
एसडीएम ओमप्रकाश माचरा ने बताया कि सोमवार सुबह 10.30 बजे सदराम विश्नोई ने किसी मुकदमे के फैसले को आकर बहस की। इस पर उन्हें अपील करने के लिए निर्देशित कर दिया। 
इसके बाद आवेश में आकर उन्होंने तोड़फोड़ की। सरकारी पत्रावली को फाड दिया और कार्यालय में रखी कांच की टेबल को तोड़ दिया। इतना ही नहीं, सदराम विश्नोई ने धमकी तक दी। 
इसके बाद देर शाम मैं स्वयं पुलिस थाना सांचौर जाकर राजकार्य में बाधा, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी कर्मचारी को धमकी देने का मामला दर्ज कराया है।

2018 में भी एसडीएम, एसडीएम की पत्नी ने दर्ज कराया था मुकदमा
पुलिस के मुताबिक सांचौर और चितलवाना पुलिस थाने में वकील सदराम विश्नोई के खिलाफ सरकारी कर्मचारी से मारपीट और राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज हुआ था। 
वकील सदराम विश्नोई ने 2018 में तत्कालीन एसडीएम मुरारीलाल शर्मा से भी बदसलूकी की थी। इतना ही नहीं, सदराम विश्नोई ने एसडीएम की पत्नी को भी धमकी दी थी।  
इसके चलते सांचौर के तत्कालीन एसडीएम शर्मा और उनकी पत्नी ने अलग अलग मामले दर्ज करवाए थे। आपको बता दें कि सदराम विश्नोई सांचौर बार एसोसिएशन से दूसरी बार अध्यक्ष है। 
ऐसे में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष का इस तरह का रवैया भी निदंनीय है।

सांचौर एसडीएम बनाम वकील सदराम विश्नोई !
सांचौर में उपखंड अधिकारियों के साथ बदसलूकी और धमकी देने के मामले लगातार हो रहे है। इन मामलों में सांचौर पुलिस थानों में मामले तक दर्ज किए जा रहे है। 
तो फिर सवाल उठ रहे है कि आखिर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर पाती ?
क्या राजनीतिक दबाव में आकर आरोपित सदराम विश्नोई को बचाया जा रहा है ?