भारतीय नौसेना का समुद्री अभ्यास: भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान ने संयुक्त समुद्री अभ्यास ‘पश्चिम लहर-2022)’ में शक्ति प्रदर्शन

भारतीय नौसेना की ओर से पश्चिमी तट पर आयोजित एक संयुक्त समुद्री अभ्यास ‘पश्चिम लहर (एक्सपीएल-2022)’ किया गया। इस नौसेना के अभ्यास में 20 दिनों की अवधि तक भारतीय सेना ने प्रदर्शन किया। 

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारतीय नौसेना की ओर से पश्चिमी तट पर आयोजित एक संयुक्त समुद्री अभ्यास ‘पश्चिम लहर (एक्सपीएल-2022)’ किया गया। 
इस नौसेना के अभ्यास में 20 दिनों की अवधि तक भारतीय सेना ने प्रदर्शन किया। 
भारतीय नौसेना की ओर से आयोजित इस अभ्यास का उद्देश्य  पश्चिमी नौसेना कमान की परिचालन संबंधी योजनाओं को सुदृढ़ करने और भारतीय नौसेना, भारतीय वायुसेना, भारतीय थल सेना एवं तटरक्षक बल के बीच अंतर-सेवा तालमेल बढ़ाना था। 
यह अभ्यास पश्चिमी नौसेना कमान के एफओसी-इन-सी के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।


इस इंट्रा-थिएटर अभ्यास में भारतीय नौसेना के 40 से अधिक जहाजों और पनडुब्बियों की संलग्नता और भागीदारी हुई।
 वहीं भारतीय नौसेना के समुद्री टोही विमान पी8आई, डोर्नियर्स, आईएल 38 एसडी, मानव रहित हवाई प्रणाली और मिग-29 के  युद्धक विमान (स्ट्राइक एयरक्राफ्ट) के साथ - साथ भारतीय वायुसेना ने एसयू 30 एमकेआई एवं जगुआर समुद्री युद्धक विमान (मेरीटाइम स्ट्राइक एयरक्राफ्ट), हवा में ईंधन भरने वाले विमान (फ्लाइट रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट) और अवाक्स को तैनात किया।
भारतीय नौसेना के इस अभ्यास में एयर डिफेन्स बैटरी सहित भारतीय थल सेना के विभिन्न अंगों को भी शामिल किया गया था।
एक लंबे अंतराल के बाद, तटरक्षक बल के कई ओपीवी, एफपीवी और एयर कुशन वेसल्स ने भी अभ्यास ‘पश्चिम लहर’ में भाग लिया।
विभिन्न सेटिंग्स के तहत परिचालन संबंधी मिशनों एवं दायित्वों के सत्यापन के अलावा, इस अभ्यास के दौरान एक यथार्थवादी सामरिक परिदृश्य में विभिन्न प्रकार के हथियारों से फायरिंग की गई।
नौसेना के अभ्यास ने भाग लेने वाले सभी बलों को इस कमान के दायित्व वाले क्षेत्रों में समसामयिक समुद्री चुनौतियों का जवाब देने के लिए यथार्थवादी परिस्थितियों में एक साथ मिलकर काम करने का अवसर प्रदान किया।