सिरोही स्कूल में अच्छी आदत अभियान: सिरोही की राजकीय विशिष्ट पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अच्छी आदत अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित

शहर की राजकीय विशिष्ट पूर्व माध्यमिक विद्यालय एवं ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड के संयुक्त तत्वावधान में जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी द्वारा समर्थित परियोजना अच्छी आदत अभियान के तहत आज गतिविधियां आयोजित की गई। 

सिरोही। 
शहर की राजकीय विशिष्ट पूर्व माध्यमिक विद्यालय एवं ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड के संयुक्त तत्वावधान में जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी द्वारा समर्थित परियोजना अच्छी आदत अभियान के तहत आज गतिविधियां आयोजित की गई। 
विद्यालय के प्रिंसिपल दलपत खत्री द्वारा बालिकाओं से आह्वान किया कि वे स्वच्छता संबंधी आदतों एवं व्यवहारों का पालन करें। अपने परिवार व संपर्क में आने वालों के समक्ष प्रेरक के रूप में स्वयं को प्रस्तुत करें।
बालिकाओं से कार्यक्रम से संबंधित प्रश्नोत्तरी की गई। इस दौरान सही जवाब देने वाली बालिकाओं को पुरस्कृत भी किया गया। 
ममता संस्था के सहायक निदेशक प्रवीर गोयल द्वारा स्वच्छता संबंधी व्यवहारों के पालन नहीं करने के प्रभावों को बताया। 
जिला समन्वयक वंदना जोनवाल द्वारा इस कार्यक्रम के अंतर्गत की जा रही गतिविधियों एवं प्रगति पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान
 शिक्षक अनुपमा राठौड़, पुष्पा , राजबाला ,विद्या , सविता,  वीरेंद्र, अमित , भवानी  व सुरेश सहित संस्था के जगदीश प्रजापत व डूंगर सिंह उपस्थित रहे।


कांच के गिलास की गतिवि​धि
सुनीता बैरवा ने बालिकाओं से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि किन-किन को विश्वास है कि हमारे हाथ बिल्कुल साफ है। सभी बालिकाओं ने अपने हाथ ऊपर किए। इसके पश्चात पानी की गिलास वाली गतिविधि की गई। इसमें दो कांच के गिलास में साफ पानी लेकर बालिकाओं को दिखाया। अब दो बालिकाओं को बुलाकर एक गिलास पानी से कटोरी में हाथ धुलवाए गए और उस पानी को पुनः कांच के गिलास में भर दिया गया। पानी के बदले हुए मटमैले रंग को देख कर सभी को लगा कि हमें हाथों को बार-बार धोना कितना आवश्यक है।  इस पर चर्चा की गई कि हमारे हाथों को कब कब धोना चाहिए। बालिकाओं को बताया गया कि बीमारियों की जड़ हमारे बड़े और गंदे नाखून ही है। इसलिए नेलकटर से ही नाखून काटना चाहिए।  
ब्लेड, रेजर व दांत से नहीं व इस विषय से संबंधित वीडियो भी दिखाया गया।