लाहौर धमाके पर विदेश मंत्रालय का बयान: लाहौर धमाके में भारत का हाथ आरोप पर विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को दी नसीहत, प्रवक्ता बागची ने दिया जवाब
भारतीय विदेश मंत्रालय ने लाहौर धमाके पर लगाए जाने वाले आरोपों पर बयान जारी किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार शाम लाहौर ब्लास्ट में भारत का हाथ होने से जुड़े पाकिस्तान के आरोप पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है।
नई दिल्ली।
भारतीय विदेश मंत्रालय(Indian Foreign Ministry) ने लाहौर धमाके (Lahore blasts) पर लगाए जाने वाले आरोपों पर बयान जारी किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Foreign Ministry spokesperson Arindam Bagchi) ने गुरुवार शाम लाहौर ब्लास्ट में भारत का हाथ होने से जुड़े पाकिस्तान के आरोप पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है। Bagchi ने कहा है, कि पाकिस्तान के लिए भारत के ख़िलाफ़ आधारहीन दुष्प्रचार में संलिप्त होना कोई नयी बात नहीं है. पाकिस्तान अगर अपने यहां हालात ठीक करने में इतनी ही मेहनत करे और आतंकवाद(Terrorism) के ख़िलाफ़ मजबूत कदम उठाए तो उसे इसका फायदा होगा। इसके साथ ही बागची ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की साख के बारे में अच्छी तरह पता है। यह बात स्वयं पाकिस्तान के नेतृत्व ने भी स्वीकार की है जो कि अभी भी ओसामा बिन लादेन(Osama Bin Laden) जैसे आतंकवादियों का एक शहीद के रूप में महिमामंडन कर रही है। आप को बता दें कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी (President Arif Alvi )और प्रधानमंत्री इमरान ख़ान (Prime Minister Imran Khan) समेत पाकिस्तान सरकार के कई प्रतिनिधियों ने पिछले महीने लाहौर में लश्कर प्रमुख हाफ़िज़ सईद (Lashkar chief Hafiz Saeed) के घर के पास धमाके के लिए भारत को ज़िम्मेदार ठहराया था। 23 जून को लाहौर के जौहर टाउन इलाक़े में हुए धमाके में एक पुलिसकर्मी समेत 3 लोगों की मौत हुई थी जबकि कम से कम 24 लोग घायल हुए थे। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (national security advisor) मोईद यूसुफ़ ने इसके कुछ दिन बाद एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस (press conference) कर इस हमले के लिए सीधे-सीधे भारत को ज़िम्मेदार बताया था। उन्होंने कहा कि 'ऐसे सबूत मिले हैं कि इस सबका ताना-बाना भारत से जाकर मिलता है। इस हमले के पीछे मास्टरमाइंड भारत का नागरिक है। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय प्रवक्ता बागची ने भारतीय राजदूत(Indian Ambassador) की इस्लामिक देशों के संगठन OIC के साथ मुलाक़ात के बारे में बताया। बागची ने बताया, “हमने कहा है कि ओआईसीसी को सावधान रहना चाहिए और इस मंच को निहित स्वार्थ (समूहों) द्वारा भारत विरोधी दुष्प्रचार के लिए इस्तेमाल होने से बचाना चाहिए।