वैश्विक स्तर पर बड़ी कमान: अब भारत 1 माह तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की संभालेगा कमान, विदेशों से संबंध होंगे मजबूत
आज से भारत एक माह तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभालेगा। UN में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने फ्रांस को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि इससे भारत और फ्रांस के मध्य संबंध मजबूत होंगे। तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत अपनी अध्यक्षता के दौरान तीन हाई-लेवल मीटिंग करने जा रहा है
नई दिल्ली।
आज से भारत एक माह तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UN Security Council) की अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभालेगा। UN में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति (Ambassador TS Tirumurti) ने फ्रांस (France)को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि इससे भारत और फ्रांस के मध्य संबंध मजबूत होंगे। तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत अपनी अध्यक्षता के दौरान तीन हाई-लेवल मीटिंग करने जा रहा है, जिसमें समुद्री सुरक्षा(Maritime Security), शांति स्थापना और आतंकवाद( Terrorism) का मुकाबला जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही भारत शांति सैनिकों की याद में भी कार्यक्रम करेगा। भारत की ओर से सुरक्षा परिषद के एजेंडे में सीरिया, इराक, सोमालिया, यमन और मध्य पूर्व के मुद्दों पर होने वाली कई अहम बैठकें शामिल हैं। सिक्योरिटी काउंसिल(security council) में सोमालिया, माली और लेबनान में UN की अंतरिम फोर्स पर भी प्रस्ताव लाए जाएंगे। UN में भारत के पूर्व प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन(Syed Akbaruddin) ने बताया कि 9 अगस्त को होने वाली काउंसिल मीटिंग की अध्यक्षता (वर्चुअली) पहली बार एक भारतीय प्रधानमंत्री (Indian Prime Minister)कर सकते है। इससे पहले 1992 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव UNSC की बैठक में शामिल हुए थे। भारत की अध्यक्षता में कामकाज का पहला दिन सोमवार यानी 2 अगस्त को होगा। इस दौरान तिरुमूर्ति महीने भर के लिए परिषद के कार्यक्रमों पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय(United Nations Headquarters) में मीडिया को संबोधित करेंगे। वहां कुछ लोग मौजूद रहेंगे, जबकि दूसरे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़ सकते हैं। आप को बता दें कि सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का 2 साल का कार्यकाल 1 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। अगस्त की अध्यक्षता सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के लिए भारत की पहली अध्यक्षता है। भारत अपने 2 साल के कार्यकाल के अंतिम महीने यानी अगले साल दिसंबर में फिर से परिषद की अध्यक्षता करेगा।