देश में मानसून की दस्तक: देश में दक्षिण पूर्व अरब सागर की ओर से मानसून ने केरल में दी दस्तक

मानसून केरल पहुंच चुका है। इसके सभी मानक पूरे हो गए हैं। दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल में पहुंचने की स्थितियां कुछ दिन पहले ही बनना शुरू हो गई थीं। हालांकि, इस बार मानसून समय से 2 दिन देरी से है।

नई दिल्ली। 
केरल(Kerala) में पिछले 4 दिन से प्री-मानसून बारिश जारी है। बुधवार को यहां सैटेलाइट इमेज में तटवर्ती इलाकों और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर में बादल छाए नजर आए। मानसून (Monsoon) केरल पहुंच चुका है। इसके सभी मानक पूरे हो गए हैं। दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल में पहुंचने की स्थितियां कुछ दिन पहले ही बनना शुरू हो गई थीं। हालांकि, इस बार मानसून समय से 2 दिन देरी से है। लेकिन मौसम विभाग(Meteorological Department)  पहले ही अनुमान जता चुका है इस बार बारिश सामान्य से ज्यादा 101 प्रतिशत होगी। मानसून ने अंडमान (Andaman) में 21 मई को दस्तक दी थी। 27 मई को आधे श्रीलंका और मालदीव ( Sri Lanka and Maldives) को पार करने के बाद मजबूत हवाओं की कमी के चलते 7 दिन तक मानसून की उत्तरी सीमा कोमोरिन सागर में ही ठहर गई थी। केरल में पिछले 4 दिन से प्री-मानसून बारिश जारी है।

बुधवार को यहां सैटेलाइट इमेज में तटवर्ती इलाकों और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर में बादल छाए नजर आए। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि केरल में बारिश वितरण में बढ़ोतरी हुई है। दक्षिण सागर के निचले स्तरों में पछुआ हवाएं चल रही हैं। हर साल Bhopal में 20 जून के आसपास मानसून पहुंचता है। इस बार भी इसके समय पर पहुंचने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर मानसून की प्रोग्रेस बरकरार रही तो यह तय समय पर पहुंचेगा। मौसम केंद्र की तरफ से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन-चार दिन भोपाल समेत मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इसके लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी गया है। Jaipur समेत Rajasthan के कई जिलों में इस बार जून का सबसे सर्द आगाज हुआ है। Jaipur में तो जून की शुरुआत में सबसे कम तापमान का 20 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां बुधवार को दिन का पारा 30.2 डिग्री रहा। इससे पहले 1 जून 2001 को 39.8 डिग्री था। आने वाले दिनों में जयपुर समेत अजमेर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, डूंगरपुर, झुंझुनूं, सीकर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, जालोर और पाली जिलों में 6 जून तक बारिश हो सकती है।

हिमाचल में नकदी फसलों को नुकसान
हिमाचल के शिमला में बुधवार दोपहर बाद आंधी और तेज गर्जना के साथ बारिश हुई। मौसम विभाग के येलो अलर्ट के बीच शिमला से सटे ऊपरी इलाकों में बारिश के साथ ओले गिरने से सेब और गुठलीदार फलों और नकदी फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के मुताबिक शिमला समेत राज्य के मध्यम ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में पांच जून और उच्च पर्वतीय इलाकोंमें चार जून तक मौसम खराब रहेगा। जबकि मैदानी इलाकों में आठ जून तक मौसम साफ बने रहने का अनुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से प्रदेश में मौसमी तंत्र में बदलाव आया है। इससे मैदानी भागों में गर्मी का असर लगभग खत्म हो गया है। अब एक सप्ताह तक मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा।