कोरोना पर कांग्रेस के आरोप: देश में कोरोना महामारी के दौर में सिस्टम नहीं, केंद्र की मोदी सरकार हुई फेलः सोनिया गांधी

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार को कोरोना महामारी के नियंत्रण करने पर फेल बताया। सोनिया गांधी ने कहा कि  महामारी के दौर में सिस्टम नहीं बल्कि मोदी सरकार फेल हुई है। केंद्र सरकार रिसोर्स का सही तरह से उपयोग नहीं कर पा रही है।

जयपुर।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Soniya Gandhi) ने शुक्रवार को केंद्र सरकार को कोरोना महामारी के नियंत्रण करने पर फेल बताया। सोनिया गांधी ने कहा कि  महामारी के दौर में सिस्टम नहीं बल्कि मोदी सरकार फेल हुई है। केंद्र सरकार रिसोर्स का सही तरह से उपयोग नहीं कर पा रही है। सोनिया ने कहा कि पूरे देश में फ्री वैक्सीनेशन के लिए संसद से 35 हजार करोड़ रुपए का बजट जारी हुआ था। इसके बाद भी मोदी सरकार पहले से परेशान राज्य सरकारों पर बोझ डाल रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की बैठक में ये बातें कहीं। सोनिया गांधी ने कहा कि भारत इस समय हेल्थ क्राइसिस से गुजर रहा है। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग अस्पताल, ऑक्सीजन, वैक्सीन और जीवनरक्षक दवाओं के लिए परेशान हो रहे हैं। हालात, दिल तोड़ने वाले हैं। लोग अस्पताल, अपनी गाड़ियों और सड़क पर जिंदगी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। मोदी सरकार को संक्रमण से मरते लोगों की फिक्र नहीं है। ऐसे समय लोगों के प्रति सरकार की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है।उन्होंने कहा कि सरकार ने एक्सपर्ट की सलाह नहीं मानी। ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवाइयों की सप्लाई चेन को पुख्ता नहीं किया गया। इससे जरूरत के समय देशवासियों को पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिल पाईं। सरकार ने ऐसे प्रोजक्ट्स पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए, जिनका जनता के हित से कोई लेना-देना नहीं था। वैक्सीनेशन का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कंपनियों को कंपलसरी लाइसेंस भी नहीं दिया जा रहा है। मोदी सरकार ने अपनी वैक्सीन पॉलिसी में लाखों दलितों, आदिवासियों, गरीबों और दूसरे बैकवर्ड क्लास को भी शामिल नहीं किया है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा कि नेशनल टास्क फोर्स ने सरकार को काफी पहले कोविड-19 की दूसरी लहर आने की चेतावनी दे दी थी, लेकिन मोदी सरकार ने उससे निपटने की कोई तैयारी नहीं की। इतना ही नहीं पार्लियामेंट स्टैंडिंग कमेटी और विपक्ष ने मोदी सरकार को लगातार चेताया, लेकिन प्रधानमंत्री ने किसी की नहीं सुनी। उन्होंने उस समय कहा था कि हमने कोरोना को हरा दिया है। मोदी की पार्टी ने भी उनका गुणगान शुरू कर दिया था।