कमलेश एनकाउंट में सवाल ही सवाल: History Sheeter कमलेश के एनकाउंटन में पुलिस अपने ही बयानों में उलझी, मीडिया को कुछ बयान, FIR में कुछ और, पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ और ही कर रही है बयां

हिस्ट्रीशीटर कमलेश प्रजापत के 22 अप्रेल की रात को हुए पुलिस एनकाउंटर पर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। एनकाउंटर से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद एनकाउंटर सवालों के घेरे में आ गया है।

जयपुर। 
हिस्ट्रीशीटर कमलेश प्रजापत के 22 अप्रेल की रात को हुए पुलिस एनकाउंटर पर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। एनकाउंटर से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद एनकाउंटर सवालों के घेरे में आ गया है। अब कमलेश प्रजापति की पोस्टमार्ट रिपोर्ट आने के बाद संदेह का घेरा और बढ़ गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, तस्कर कमलेश को 4 गोली लगी थी। चारों गोली लेफ्ट साइड से लगी थी। एक भी गोली पांव पर नहीं लगी है। चारों गोली कमर और कमर से ऊपर लगी है। पुलिस की बताई कहानी की पोल पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोल दी है। मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर ने बताया कि कमलेश का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तस्कर को 4 गोली लगी। चारों लेफ्ट साइड से लगी थी। लेफ्ट साइड में एक गोली ऊपरी भुजा पर, दो गोली छाती पर, एक गोली कमर के नीचे वाले भाग पर लगी है।

ज्यादातर गोली के घाव शरीर के अंदर की तरफ थे। मेडिकल रिपोर्ट और पुलिस की कहानी में फर्क है। पुलिस के अनुसार, एक गोली कार के टायर पर, 3 राउंड फायर कमलेश के पैरों पर मारने के लिए किए। सबसे बड़ा सवाल है ड्राइविंग सीट पर बैठे हुए व्यक्ति के पैरों पर कैसे गोली मारी जाती, जब गाड़ी का गेट बंद था। पुलिस की एफआईआर में लिखा है कि कमलेश कमर में गोली लगने से घायल हो गया था। एफआईआर के मुताबिक कुल 4 गोली चली है। एक गोली तस्कर की गाडी एसयूवी के टायर पर बाकी तीन राउंड फायर कमलेश के पैरों पर मारने के लिए किए। कमलेश के पैरों पर एक भी गोली नहीं लगी, क्योंकि जिस वक्त फायर किये गए थे उस समय कमलेश ड्राइवर सीट पर था। पुलिस की एफआईआर में कमलेश की गाड़ी का विंड शीट टूटा हुआ बताया गया है, जबकि वायरल सीसीटीवी में पुलिसकर्मी डंडे से गाड़ी की विंडशीट तोड़ते हुए दिख रहे हैं।

सवाल यह है कि पुलिस ने डंडे से विंड शीट क्यों तोड़ी? पुलिस को कमलेश पर 4 राउंड फायर करने की क्या जरूरत पड़ी, जबकि उसकी गाड़ी में कोई हथियार नहीं मिला। यह भी जांच का विषय है कि चारों गोली कमांडो दिनेश की एके 47 से चली है या फिर अन्य पुलिस जवान ने भी फायर किया था।
कांग्रेस सरकार पर कांग्रेस के ही विधायक ने उठाए सवाल 


कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत ने फिर एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मदन प्रजापत ने बरलोतरा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कमलेश को मारने के बाद पुलिस ने दल-बल के साथ रात 10 बजे से लेकर 2 बजे तक उसके घर की तलाशी ली। घर की तलाशी में कोई समाजसेवी, पत्रकार या गणमान्य व्यक्ति साथ होना चाहिए था, लेकिन पुलिस 4 घंटे तक उसके घर अकेले तलाशी लेती रही। पुलिस ने रात 2 बजे तहसीलदार को बुलाया। इन चार घंटों में संभव है पुलिस ने सबूतों से छेड़छाड़ की हो। इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए।
मामले की सीबीआई जांच की मांग
विधायक मदन प्रजापत, परिजनों और समाज के लोगों ने एसपी और कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्री मांग पत्र भी सौपा था। इसमें प्रकरण में सीबीआई या उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की थी। वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर बाड़मेर पुलिस एनकाउंटर मामले पर सवालिया निशान खड़े करते हुए सीबीआई से जांच करने की मांग की है। राजस्थान उपप्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ ने भी सोशल मीडिया पर ट्वीट कर सीबीआई जांच की मांग की है।