सो रहा प्रशासन, नियमों की उड़ रही धज्जिया: यहां चलती गाड़ी की छत पर रखकर पीते हैं शराब, खुद के साथ साथ दूसरों की जान को भी डाल रहे खतरे में, पर जिम्मेदार बने मूकदर्शक

माउंट आबू की सड़कों पर जहां नज़र डालें वहां गाड़ियां ही गाड़ियां नज़र आ रही हैं। पर सड़क पर चलती इन गाड़ियों को देखकर ऐसा लगता हैं यहां ना तो कानून का राज हैं, और ना ही कानून के प्रति लोगो में डर। गाड़ियों में सवार पर्यटक चलती गाड़ी की छत पर शराब की बोतलें रखकर गाड़ी की खिड़कियों से बाहर लटकते हुए खुलेआम शराब पार्टियां कर रहे हैं

  • गणपतसिंह मांडोली 9929420786

सिरोही। सिरोही जिले के माउंट आबू में इन दिनों मौसम इतना खुशनुमा बना हुआ हैं कि यहां हर रोज हज़ारो की तादाद में पर्यटक माउंट आबू पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की भरमार के चलते माउंट आबू की सड़कों पर जहां नज़र डालें वहां गाड़ियां ही गाड़ियां नज़र आ रही हैं। पर सड़क पर चलती इन गाड़ियों को देखकर ऐसा लगता हैं यहां ना तो कानून का राज हैं, और ना ही कानून के प्रति लोगो में डर। गाड़ियों में सवार पर्यटक चलती गाड़ी की छत पर शराब की बोतलें रखकर गाड़ी की खिड़कियों से बाहर लटकते हुए खुलेआम शराब पार्टियां कर रहे हैं। ऐसे में ये शराबी ना केवल अपनी जान जोखिम में डाल रहे अपितु आमजन के जीवन को भी संकट में डालने का काम कर रहे हैं। गाड़ियों में लगे म्यूजिक सिस्टम को फूल वॉल्यूम पर बजाते हुए ये शराबी गाड़ियों से झूमते हुए नाचने गाने में भी कोई कसर नही छोड़ रहें हैं। पर माउंट आबू का प्रशासन और पुलिस बस मूकदर्शक बन किसी बड़े हादसे का इंतजार करने में लगे हुए हैं।

सड़क पर बैठकर शराब का सेवन माउंट आबू में आम बात

हिलस्टेशन के रूप में अपनी पहचान रखने वाला माउंट आबू मानो शराबियों का अड्डा बना हुआ हैं। यहाँ आने वाले पर्यटक चलती गाड़ियों से लेकर सड़क पर कहीं भी बैठकर शराब पीना अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानते हैं। सड़क के किनारे बनी सुरक्षा दीवार पर आपको पग-पग पर शराबियों का जमावड़ा देखने को मिल जाएगा। और ये शराबी सड़क के बीच खड़े होकर शराब पीते हुए फिल्मी गानों पर झूमते नाचते आपको नज़र आ जायेंगे। इन सड़कों से पैदल चलने वाली बालिकाओं और महिलाओं के लिए इन शराबियों के पास से गुजरना किसी चुनोती से कम नही हैं। जैसे ही कोई महिला या युवती इन शराबियों के पास से गुजरने लगती हैं, ये शराबी इन महिलाओं पर गंदी गंदी फब्तियां कसने लग जाते हैं। और इन पैदल चलने वाली महिलाओं को शर्म से पानी पानी होते हुए यहां से बड़ी मुश्किल से गुजरना पड़ता हैं। पर यहां का जिम्मेदार प्रशासन और पुलिस बस मूकदर्शक बना बैठा हुआ हैं।

चलती गाड़ियों के बोनट पर बैठकर फ़ोटो और वीडियो बनाने का फैशन

माउंट आबू की खूबसूरत वादियों और यहां के मौसम को देखकर पर्यटक इतने रोमांचित हो जाते हैं कि वे यातायात नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। चलती गाड़ियों के बोनट पर बैठकर वीडियो बनाना मानो आम बात हो गई हैं। और इस काम में सिर्फ युवा ही नही युवतियां भी पीछे नही रहती हैं। युवतियां भी चलती गाड़ी के बोनट पर बैठने से लेकर गाड़ी की खिड़कियों से बाहर लटकते हुए फ़ोटो और वीडियो बनाते दिखाई देना आम बात हो गई हैं। लेकिन इसके बावजूद माउंट आबू की यातायात पुलिस बेखबर बनी हुई नजर आ रही है।


सड़क पर ही शराब का सेवन, जंगल में ही फोड़ देते खाली बोतलें

माउंट आबू के जंगलों में बड़ी संख्या में वन्यजीव विचरण करते हैं। यहाँ भालू और लेपर्ड के अलावा सैकड़ो प्रजाति के वन्यजीव रहते हैं। और इसी कारण सरकार ने माउंट आबू को ईको सेंसेटिव जोन भी घोषित कर रखा हैं। लेकिन यहां आने वाले पर्यटकों ने इस ईको सेंसेटिव जोन के सारे नियम कायदों को खूंटी पर टांग रखा हैं। सड़क और जंगल में बैठकर शराब पीते ये शराबी शराब की खाली बोतलों को जंगल में भी फेंककर फोड़ देते हैं। जिससे माउंट आबू की प्राकृतिक चट्टाने टूटे कांच से भरी पड़ी हैं। इसके अलावा खाने पीने की बची खुची वस्तुएं भी इस जंगल में ऐसे ही छोड़ देते हैं। जिसके कारण खाने की गंध से जंगली जानवर इस तरफ आकर्षित होते हैं, और यहां आकर इन टूटे कांच के टुकड़ों से ये जंगली जानवर जख्मी भी हो रहे हैं। पर ना तो यहां का वन विभाग इस पर अंकुश लगाने की कार्रवाई करता हैं और ना ही यहां का उपखण्ड प्रशासन इसके लिए कोई ठोस कदम उठा रहा हैं। जिसका परिणाम यहाँ के मूक वन्यजीवों को भुगतना पड़ रहा हैं।