14वीं राष्ट्रीय जूनियर रोलबॉल चैंपियनशिप: National Rollball Championship प्रतियोगिता के विजेताओं को जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी ने किया सम्मानित, जोशी ने प्रतिस्पर्धा को बताया जरूरी

राजधानी जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में चल रही 14वीं राष्ट्रीय जूनियर रोल बॉल चैंपियनशिप का आज समापन किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि जलदाय एवं भू-जल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा है कि जीवन हो या फिर खेल का मैदान लगातार आगे बढ़ते हुए नई ऊंचाईयों को छूने के लिए अपने आप से प्रतिस्पर्धा जरूरी है। 

जयपुर।
राजधानी जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में चल रही 14वीं राष्ट्रीय जूनियर रोल बॉल चैंपियनशिप का आज समापन किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि जलदाय एवं भू-जल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा है कि जीवन हो या फिर खेल का मैदान लगातार आगे बढ़ते हुए नई ऊंचाईयों को छूने के लिए अपने आप से प्रतिस्पर्धा जरूरी है। 
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का सदैव यह ध्येय रहे कि जैसा प्रदर्शन हमने कल किया, आज उससे बेहतर करना है। 
इसी प्रकार आज की तुलना में आने वाले कल में और बेहतरीन खेल दिखाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि हमारा ‘कॉम्पीटिशन‘ किसी व्यक्ति विशेष से होगा तो आगे बढ़ने की लिमिट वहीं समाप्त हो जाएगी। 
यदि लगातार स्वयं और स्वयं के प्रदर्शन से प्रतिस्पर्धा करेंगे तो आगे बढ़ने की कोई सीमा नहीं रहेगी, खिलाड़ी अपने खेल में ऎसी बुलंदिया तय करेंगे, जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता।


जोशी ने कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मौजूद पैरा ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता अवनी लेखरा की उपलब्धि की सराहना की। जोशी ने कहा कि खेल के मैदान पर उनका जीवट खिलाड़ियों, बच्चों और हम सबके लिए प्रेरणास्रोत है।
उन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से यह बखूबी साबित किया है कि व्यक्ति जब ठान लेता है तो जो ऊंचाईयां उसको मिलनी चाहिए, उनको छूकर ही दम लेता है।
डॉ.महेश जोशी ने कहा कि खिलाड़ी जब खेल की भावना से खेलेंगे तभी जीत-हार होगी, अगर खेल में एक या दो से अधिक टीमें या प्रतिस्पर्धी नहीं होंगे तो जीत-हार नहीं होगी। 
खेलते समय सभी खिलाड़ी ऎसा भाव रखें कि वे एक-दूसरे के खेल और खेल की भावना की खुलकर सराहना कर सकें।
जलदाय एवं भू-जल मंत्री ने कार्यक्रम में विजेता टीमों को ट्रॉफी और मेडल देकर सम्मानित किया। 
इस अवसर पर आयोजन से जुड़े पदाधिकारी, खिलाड़ी, प्रशिक्षक, खेलप्रेमी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।