जैसलमेर मरु महोत्सव में संस्कृति की झलक: जैसलमेर के मरु महोत्सव में रेगिस्तानी जहाजों के नाम रहा तीसरा दिन, मजेदार स्पर्धाओं ने बिखेरा जबर्दस्त आकर्षण

विश्वभर में मशहूर मरु महोत्सव के चार दिवसीय आयोजनों का आज अंतिम दिन है। महोत्सव तीसरे दिन पूर्ण परवान पर दिखाई दिया। दिनभर जहां ऊँटों से जुड़ी कई स्पर्धाओं ने दर्शकों का मन मोहा, वहीं शाम को कलाकारों की प्रस्तुतियां ने शमां बांधे रखा।

जयपुर।
विश्वभर में मशहूर मरु महोत्सव के चार दिवसीय आयोजनों का आज अंतिम दिन है। महोत्सव तीसरे दिन पूर्ण परवान पर दिखाई दिया। दिनभर जहां ऊँटों से जुड़ी कई स्पर्धाओं ने दर्शकों का मन मोहा, वहीं शाम को कलाकारों की प्रस्तुतियां ने शमां बांधे रखा। जैसलमेर शहर के डेडानसर मैदान में रेगिस्तान के जहाज ऊँटों से जुड़ी कई स्पर्धाओं ने हजारों दर्शकों का मन मोह लिया।
डेडानसर मैदान में विभिन्न प्रतिस्पर्धाएं आकर्षण का केन्द्र रही। इनमें ऊँट श्रृंगार प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर कंवरसिंह का श्रृंगारित ऊँट, द्वितीय स्थान पर शंभूसिंह एवं तृतीय स्थान पर खेतसिंह सोढ़ा का श्रृंगारित ऊँट रहा। 
शान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता में पांच प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसमें कंवरलाल प्रथम, रमेशाराम द्वितीय एवं मनीष मीणा ने तृतीय स्थान पाया।


पणिहारी मटका रेस में स्थानीय एवं बाहर से आई पर्यटक महिलाओं ने उत्साह से हिस्सा लिया। इसमें कुल 21 प्रतिभागियों में हुए मुकाबले में मुन्नी देवी प्रथम, पुष्पा द्वितीय एवं केसर कंवर तृतीय स्थान पर रही।
रस्साकसी प्रतियोगिता में महिला वर्ग में स्थानीय एवं बाहरी सैलानियों के बीच हुए मुकाबले में 9-9 महिलाओं ने भाग लिया। 
तीन हिट में हुई स्पर्धा में सैलानी महिलाओं ने लगातार 2 हिट जीत कर विजय हासिल की। 
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ओर से प्रस्तुत कैमल टेटू शो का आयोजन दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। कंटीजेंटी श्रृंगारित ऊँटों के कारवे ने कैमल टेटू शो का शानदान प्रदर्शन किया।
इस शो में विश्व के आठ अजूबे माउन्टन बैण्ड द्वारा राजस्थानी लोक गीतों की मधुर धुनों पर विभिन्न आकार-प्रकारों का दिग्दर्शन कराते हुए मनोहारी प्रदर्शन की झलक दिखायी।
सीमा सुरक्षा बल की एरोबेटिक टीम द्वारा शानदार पीटी का प्रदर्शन भी किया। सीमा सुरक्षा बल की ऑर्केस्ट्रा टीम के राजेन्द्र दमामी एवं उनकी टीम द्वारा ढोलक-हारमोनियम के साथ ही बजने वाले साजो सामान से ‘हम सीमा के प्रहरी हैं, फिदा इसपे हो जाएंगे, हे वतन! हमको तेरी कसम, तुझ से जहाँ तक लूटा जाएंगे’ देशभक्ति गीत पेश कर समूचे मैदान को देशभक्ति रस से सराबोर कर दिया।

महोत्सव के अन्तर्गत भारतीय वायुसेना के वायु योद्धा कवायद टोली द्वारा हैरतअंगेज एयर वारियर ड्रील का रोमांचक प्रदर्शन देखकर दर्शक अचंभित रह गए ।
एयर फोर्स के जवानों की ड्रील पर पूरा मैदान उनके प्रदर्शन पर तालियों की गड़गड़़ाहट से गूंजता रहा। इस ड्रील का आदर्श वाक्य ‘ड्रील टू थ्रील’ है।
टीम लीडर रवि कुमार एवं प्रियांशु दीक्षित के नेतृत्व में पलक झपकते ही हथियार की अदला-बदली का कौशल एवं समय के समन्वय को दर्शाता अनूठा प्रदर्शन किया।
वहीं दोनों तरफ की पंक्तियों की ओर से चल रहे हथियारों के बीच से गुजरने का साहसिक प्रदर्शन देश हर कोई वाह-वाह कर उठा।
मैदान में कैमल पोलो एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के तत्वावधान में सीमा सुरक्षा बल एवं कैमल पोलो एसोसिएशन जैसलमेर के मध्य रोमांचक कैमल पोलो मैच हुआ। 
इसमें ऊँटों पर बैठे खिलाड़ियों ने छह  फीट लम्बी स्टीक के सहारे गेंद उछालते हुए पोलो खेला। इसमें सीमा सुरक्षा बल की टीम ने 3-0 से जीत हासिल की। 
मरु महोत्सव के तीसरे दिन हुई इन सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मगरा विकास बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मणसिंह रावत, मुख्यमंत्री के सलाहकार विधायक राजकुमार शर्मा, सभापति हरिवल्लभ कल्ला, जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह आदि अतिथियों ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं के विजेताओं एवं टीमों को पुरस्कार एवं ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया।  
डेडानसर में आयोजित महोत्सवी गतिविधियों को मगरा विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं राजस्थान वित्त आयोग के सदस्य स्क्वाड्रन लीडर डॉ. लक्ष्मणसिंह रावत, पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री, नवलगढ़ विधायक व मुख्यमंत्री के सलाहकार राजकुमार शर्मा, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, सैन्य अधिकारियों, जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. टी. शुभमंगला सहित जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, विभागीय अधिकारियों एवं बड़ी संख्या में उपस्थित सैलानियों एवं क्षेत्रवासियों ने देखा तथा खूब-खूब सराहा।