जमानत मिलने के साथ ही किया फिर गिरफ्तार: किसान आंदोलन के दौरान लाल किले परिसर में हिंसा मामले का आरोपी दीप सिद्धू फिर गिरफ्तार

पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू को आज जमानत दी गई। लेकिन दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उसे जमानत मिलने के साथ ही दोबारा ​गिरफ्तार कर लिया।  सिद्धू को शनिवार को दिल्ली की एक अदालत ने इसी मामले में जमानत दी थी। दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को उन्हें दोबारा अपनी हिरासत में ले लिया।

नई दिल्ली (Delhi)।
कृषि बिल (Agricultural bill) के विरोध में किसान आंदोलन (Farmer Protest) के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किला (Red Fort ) परिसर में हुई हिंसा के मामले में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू (Punjabi actor Deep Sidhu) को आज जमानत दी गई। लेकिन दिल्ली क्राइम ब्रांच(Delhi Crime Branch) ने उसे जमानत मिलने के साथ ही दोबारा ​गिरफ्तार कर लिया।  सिद्धू को शनिवार को दिल्ली की एक अदालत ने इसी मामले में जमानत दी थी। दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को उन्हें दोबारा अपनी हिरासत(Arrested) में ले लिया। जानकारी के मुताबिक दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने शनिवार सुबह ही सिद्धू को जमानत दी थी, लेकिन उनके जेल से बाहर निकलने से पहले ही क्राइम ब्रांच ने पुरातत्व विभाग की शिकायत पर दर्ज हुई FIR के मामले में उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लिया। दीप को लाल किले के अंदर तोड़फोड़ करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुरातत्व विभाग ( Archeology department) ने क्राइम ब्रांच में इस संबंध में मामला दर्ज करवाया था। इसके चलते ये कार्रवाई की गई है।

तीस हजारी कोर्ट ने दी थी जमानत
आप को बता दें कि इससे पहले तीस हजारी कोर्ट ने 8 अप्रेल को मामले की सुनवाई की थी। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखते हुए सिद्धू को आज जमानत दी थी। विशेष न्यायाधीश नीलोफर आबिदा परवीन ने 30,000 रुपए के निजी मुचलके और इतनी ही राशि के दो जमानतदारों पर जमानत मंजूर की थी। कोर्ट ने जमानत के दौरान दीप को अपना पासपोर्ट (Passport) जांच अधिकारी के पास जमा करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही हर माह की पहली और 15 तारीख को या जब भी जांच अधिकारी बुलाएं तो पेश होने के निर्देश दिए है। कोर्ट ने सिद्धू को यह भी कहा कि उन्हें हर समय अपना मोबाइल फोन लोकेशन शेयर डिवाइस के साथ स्विच ऑन रखना होगा। किसी गवाह या साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी है।
500 पुलिसकर्मी हुए थे घायल
सिद्धू को 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड (Tractor parade) के दौरान लाल किला परिसर में हुई हिंसा के मामले में 9 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। उस दिन कई प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किला ऐतिहासिक स्मारक के परिसर में घुस गए थे। उन्होंने प्राचीर पर जाकर गैरकानूनी तरीके से एक धार्मिक झंडा (Religious flag) फहराया था। गणतंत्र दिवस के दिन हुई इस हिंसा में सुरक्षाकर्मियों के साथ भी मारपीट की गई थी। इसके साथ ही दंगाइयों ने कई जगह तोड़फोड़ की थी। प्रदर्शन के दौरान 500 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। ट्रैक्टर पलटने से उत्तरप्रदेश के एक किसान की भी मौत हो गई थी।