Antarctica @ बर्फ पर एयरबस A 380: अंटार्कटिका की बर्फ पर पहली बार उतरा एयरबस A340, Hi Fly एविएशन कंपनी ने रचा इतिहास

Hi Fly नाम की एविएशन कंपनी ने इतिहास रचते हुए अंटार्कटिका की बर्फ पर विमान उतार दिया। बर्फ पर पहली बार ​एयरबस ए 340 विमान उतारने पर एक नया कीर्तिमान बन गया।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
Hi Fly नाम की एविएशन कंपनी ने इतिहास रचते हुए अंटार्कटिका की बर्फ पर विमान उतार दिया। बर्फ पर पहली बार ​एयरबस ए 340 विमान उतारने पर एक नया कीर्तिमान बन गया। पर्यटन के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी Hi Fly ने 2 नवंबर का यह कारनामा किया और अब रिकॉर्ड बनाने के बाद इसका वीडियो जारी किया। जानकारी के मुताबिक Hi Fly कंपनी ने एयरबस ए 340 के साथ दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से उड़ान भरी थी, करीबन पांच घंटे के हवाई सफर के बाद यह ​फ्लाइट अंटार्कटिका में लैंड कराई गई। केपटाउन के लिए वापसी की उड़ान भरने वाली इस फ्लाइट को Hi Fly 801 नाम दिया गया।


223 फीट लंबे विमान को लैंड कराने के 6 ट्रायल
आपको बतादें कि अंटार्कटिका में अधिकांश समय बर्फ की मोटी परत जमी रहती है। ऐसे में बर्फ पर रनवे बनाकर एयरबस जैसे विमान को लैंड कराना चुनौती से कम नहीं था। ऐेसे में 2019 से 2020 के बीच 290 यात्री क्षमता वाले 223 फीट लंबे विमान को छह ट्रायल के बाद अब लैंड कराया गया। इसके लिए कंपनी ने तीन हजार फीट लंबे रनवे बनाया गया। Hi Fly कंपनी के मुताबिक अंटार्कटिका अब उभरता हुआ पर्यटन बन गया। यहां कंपनी कई प्रोजेक्ट्स् पर काम करती है। यह कंपनी वेट लीज में विशेषज्ञता रखती है। यह एयरक्राफ्ट और एयर क्रू को किराए पर लेती है और इंश्योरेंस, उनकी मेंटेनेंस देखती हैं। इस विमान को अंटार्कटिका में काम कर रहे वुल्फ्स गैंग नाम की एडवेंचर कैंप ने कमीशन किया था। इस विमान में वुलफ्स गैंस सिसॉर्ट के लिए सप्लाई गई थी।


कैप्टन कार्लोस ने उड़ाया प्लेन
अंटार्कटिका पर इस विमान को उड़ाने वाले कैप्टन कार्लोस मिरपुरी हैं। कार्लोस Hi Fly कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट है। इन ही कैप्टन ने केपटाउन से वापसी की उड़ान भरी। विमान के कैप्टन ने अंटार्कटिका पर करीबन 3 घंटे बिताए भी थे। इस पूरी यात्रा में 2,500 नॉटिकल माइल कवर किए गए। इससे पहले आस्ट्रेलिया के मिलिट्री पायलट और  एक्सप्लोरर जॉर्ज हुबर्ट ने 1928 में पहली बार अंटार्कटिका के लिए उड़ान भरी थी। यहां अंटार्कटिका पर कोई एयरपोर्ट नहीं बना है लेकिन यहां पर करीबन 50 लैंडिंग स्ट्रिप और रनवे है।