भारत: आईएएनएस-सीवोटर नेशनल मूड ट्रैकर : अधिकांश भारतीयों ने माना, मोदी के प्रयास पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाएंगे
अवधारणा की प्रासंगिकता को देखते हुए पीएम मोदी द्वारा प्रतिपादित, एलआईएफई (लाइफ) मिस्र के शर्म-अल-शेख में आगामी सीओपर27 में भारत मंडप का विषय होगा।
अवधारणा की प्रासंगिकता को देखते हुए पीएम मोदी द्वारा प्रतिपादित, एलआईएफई (लाइफ) मिस्र के शर्म-अल-शेख में आगामी सीओपर27 में भारत मंडप का विषय होगा।
दुनिया के अलग-अलग मंचों पर पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को उठाने में पीएम मोदी सबसे आगे रहे हैं। डब्ल्यूईएफ दावोस एजेंडा 2022 में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि भारत स्वच्छ, हरित, टिकाऊ और विश्वसनीय ऊर्जा के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम ने आश्वासन दिया कि भारतीय उद्योग 2070 तक शुद्ध-शून्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार के साथ काम करेगा।
अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि पर्यावरण के अनुकूल, स्थायी जीवन शैली वैश्विक जलवायु संकट का समाधान प्रदान कर सकती है। हालांकि, पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक में भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।
सीवोटर-इंडियाट्रैकर ने यह जानने के लिए आईएएनएस की ओर से देशव्यापी सर्वेक्षण किया कि क्या पीएम मोदी की पहल से देश में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
सर्वेक्षण के दौरान अधिकांश उत्तरदाताओं - 72 प्रतिशत ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयास लोगों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाएंगे। हालांकि, 28 फीसदी उत्तरदाताओं ने असहमति जताई।
इसी प्रकार, सर्वेक्षण के दौरान अधिकांश ग्रामीण और शहरी उत्तरदाताओं ने समान रूप से उत्तर दिया। सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, 73 प्रतिशत ग्रामीण मतदाताओं और 74 प्रतिशत शहरी मतदाताओं ने कहा कि सतत विकास के लिए प्रधानमंत्री के प्रयास और पहल सुरक्षित वातावरण के प्रति जागरूकता फैलाएंगे।
विशेष रूप से, विभिन्न आयु समूहों में 18 से 24 वर्ष से लेकर 55 वर्ष से अधिक आयु के अधिकांश उत्तरदाताओं ने जोर देकर कहा कि पर्यावरण के बारे में पीएम के विचार पर्यावरण के मुद्दे पर लोगों की सोच को प्रभावित करेंगे।
सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, 18-24 आयु वर्ग में 74 प्रतिशत उत्तरदाताओं, 25-34 आयु वर्ग में 73 प्रतिशत उत्तरदाताओं और 55 वर्ष से अधिक के 76 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि पीएम मोदी के विचार लोगों को पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाने के लिए राजी करेंगे।
--आईएएनएस
एसजीके