पेपरलीक उद्योग चला रही थी कांग्रेस सरकार: भाजपा ने गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर किया पलटवार, कहा नीट पर सवाल उठाने वाले कांग्रेसी नेता कर रहे है राजनीति, कांग्रेस राज में पेपरलीक की जांच की मांग पर युवाओं को मिली थी लाठियां

प्रदेश के 70 लाख युवाओं के भविष्य को मजाक बनाने वाले स्वयं तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ही थे। राजस्थान में कांग्रेस सरकार डोटासरा और गहलोत के नेतृत्व में पेपरलीक उद्योग चला रही थी। इतना ही नहीं, तत्कालीन शिक्षा मंत्री डोटासरा पर तो आरएएस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर अपने रिश्तेदारों को लगाने तक के.....

जयपुर, 21 जून 2024। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि नीट पेपर धांधली पर बोलने वाले डोटासरा शायद भूल गए कि राजस्थान में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के राज में 19 पेपर लीक हुए।

प्रदेश के 70 लाख युवाओं के भविष्य को मजाक बनाने वाले स्वयं तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ही थे। राजस्थान में कांग्रेस सरकार डोटासरा और गहलोत के नेतृत्व में पेपरलीक उद्योग चला रही थी। इतना ही नहीं, तत्कालीन शिक्षा मंत्री डोटासरा पर तो आरएएस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर अपने रिश्तेदारों को लगाने तक के आरोप लगे।अब ये गोविंद सिंह डोटासरा नीट परीक्षा पर सवाल उठा रहे है। जबकि नीट परीक्षा का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। 

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के राज में प्रदेश के युवाओं को भर्ती परीक्षा से ही विश्वास उठ गया था, वहीं दूसरी ओर राजस्थान भ्रष्टाचार के मामले में देश में पहले नंबर पर पहुंच चुका था। कांग्रेस के मंत्री तक एक दूसरे पर सवाल उठा रहे थे, तबादलों पर गहलोत के समक्ष शिक्षकों ने रूपए लेकर तबादले करने तक के आरोप लगाए थे।

डोटासरा ये भी भूल गए कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के राज में पेपरलीक की सीबीआई जांच की मांग पर लाखों युवा सड़कों पर उतर आए थे। न्याय की मांग करने वाले युवाओं पर गहलोत सरकार ने लाठियां बरसाई थी। अब लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद उनके नेता बौखला गए है। 

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार नीट परीक्षा को लेकर संवेदनशील है। मोदी सरकार के राज में लाखों युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए मोदी सरकार ने सारी परिस्थितियों के उपर गहराई से नजर बनाए रखी है।

यह विषय सर्वाेच्च न्यायालय में विचाराधीन होने के चलते केंद्र सरकार अपने दायित्व को भंली भांति समझती है। ऐसे में न्यायालय का जो निर्देश होगा, उसके अनुसार केंद्र सरकार प्रभावी कार्रवाई करेगी, इसके लिए सरकार पूर्णता संकल्पबद्ध है।

जब यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है, तब न्यायालय के विवेक से उपर अपना विवेक दिखाने का प्रयास कांग्रेसी नेताओं को नहीं करना चाहिए। अगर न्यायालय के फैसले से पूर्व कांग्रेसी नेता बयानबाजी कर रहे है तो इससे साफ है कि उन्हें छात्रों के भविष्य से कोई लेना देना नहीं है बल्कि राजनीति करनी है। यहां कांग्रेसी नेता केवल नोटंकी कर रहे है। 

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने सत्ता में आने के साथ ही लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। मुख्मयंत्री भजनलाल शर्मा ने पेपरलीक माफियाओं पर नकेल कसने के लिए एसआईटी का गठन किया और इस एसआईटी ने कांग्रेस के राज में लीक हुए पेपर मामले की जांच करते हुए कुछ माह के दौरान ही 15 से अधिक प्रकरणों में 100 से अधिक पेपर माफियाओं को गिरफ्तार कर संलाखों के पीछे पहंुचाने का काम किया है।

इतना ही नहीं, प्रदेश में जहां कांग्रेस राज के दौरान हर पेपर लीक हो रहा था, वहीं भाजपा सरकार ने 100 दिनों के भीतर 11 भर्ती परीक्षाओं का सफलतापूर्वक आयोजन करवाया। भाजपा की भजनलाल सरकार ने महज 6 माह के दौरान कई ऐतिहासिक फैसले किए है।