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By First Bharat
वर्ल्ड सीनियर सिटीजन डें 21 अगस्त को पूरे विश्व में मनाया जाता है। बच्चों या वयस्कों को कोई समस्या होती है तो वे डाॅक्टर को दिखा आते है, लेकिन बुजुर्गां में ऐसा कम होता है।
बुजुर्गों की इम्युनिटी कमजोर होती है, इसलिए भी बार-बार बीमारियों की आशंका रहती है। उनकी सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इन तरीकों से आप उनकी दिक्कत को पहचान सकते है।
अधिक उम्र में कोई दिक्कत होती है तो सबसे पहले व्यवहार पर असर पडता है। ऐसे में उनके व्यवहार में गुस्सा, काम में रूचि न होना, मूड खराब, बात न सुनना जैसे बदलाव आते है।
उम्र बढने के साथ भूख मे कमी होने लगती है। यह परेशानी लंबे समय तक होना भी बुजुर्गों में किसी समस्या की ओर इशारा करता है।
घर में रखी कोई चीज भूलना, खाना या दवाइयों का ध्यान न रह पाना सहित दैनिक चीजें प्रभावित होना, समस्याग्रस्त होने का संकेत हैं।
अधिक उम्र का असर घाव या खरौच से भी समझ सकते है। धाव भरने में देरी हो तो समझे कि उम्र का असर है।
अधिक उम्र में सोचन-समझने पर भी असर पडता है। दिमाग और कार्य करने के बीच संयम नहीं बन पाता है। इससे भी पहचान हो सकती है।
अकेलापन, डिप्रेशन सहित अन्य मानसिक समस्याएं भी बुजुर्गों को प्रभावित करती है। इनसे इच्छाशक्ति भी कमजोर होती है।