कई लोग शराब की लत की वजह से अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो जाते हैं। शराब से सबसे ज्यादा बुरा असर लिवर पर पड़ता है। आइए जानते हैं कि शराब किस तरह से लिवर को प्रभावित करती है।
शराब में अल्कोहल की मात्रा बहुत अधिक होती है। जो वैसे तो शरीर के सभी अंगों के लिए नुकसानदायक है लेकिन शराब का सबसे ज्यादा बुरा असर लिवर पर पड़ता है।
शराब पीने से लिवर का कैंसर, फैटी लिवर की समस्या और लिवर सिरोसिस की समस्या हो सकती है। शराब के अत्यधिक सेवन से लिवर के डैमेज होने का खतरा बढ़ सकता है।
शराब सबसे पहले पेट में गैस्ट्रिक एसिड बनाता है और पेट की म्यूकस लाइन में सूजन पैदा करता है। इसके बाद आंतें एल्कोहल सोखती हैं और उसके बाद ये विंग के जरिए लिवर तक पहुंचता है।
आंखों में यदि पीलापन दिख रहा है तो यह लिवर खराब होने का संकेत हो सकता है। लिवर खराब होने पर अक्सर पीलिया होने के कारण आंखें और नाखून पीले दिखने लग जाते हैं।
व्यक्ति को यदि अधिक कमजोरी महसूस हो रही है तो यह लिवर खराब होने का एक अन्य लक्षण हो सकता है। कमजोरी महसूस होने के अन्य कारणों का पता नहीं लगे तो लिवर का चेकअप कराए।
यदि पैरों और घुटनों में तकलीफ हो रही है तो ऐसे में लिवर की जांच करवा लेना चाहिए। लिवर खराब होने पर घुटने और पैरों में दर्द और सूजन की समस्या हो सकती है।