बप्पी लहरी ने 15 फरवरी 2022 को अपनी आखिरी सांस ली थी। वो देश के पहले ऐसे सिंगर थे, जो 80 और 90 के दशक में पॉप सिंगिंग का कल्चर भारत में लाए थे।
भले ही वो आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन ‘डिस्को डांसर’, ‘डांस डांस’ और ‘नमक हलाल’ जैसी फिल्मों में अपने गानों के जरिए वो हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
म्यूजिक के अलावा उन्हें एक और चीज से काफी प्यार था। उसकी वजह से वो हमेशा लाइमलाइट में रहते थे और वो था सोने के लिए उनका प्यार।
उनके गले और हाथ में सोने की चैन और अंगूठियां हमेशा देखने को मिलती थीं।
उनके बेटे बप्पा लाहिरी ने बताया कि बप्पी दा आध्यात्मिक रूप से सोने से जुड़े थे। साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि, अब उनके गोल्ड कलेक्शन का क्या होगा।
उनके पिता के लिए सोना सिर्फ एक फैशन स्टेटमेंट नहीं था बल्कि एक भाग्यशाली आकर्षण भी था। उनके पिता ने दुनिया भर से अपने सोने को इकट्ठा किया था।
उन्होंने कहा कि परिवार सोने को संरक्षित करना और इसे दुनिया के सामने प्रदर्शित करना चाहेगा। वो इससे आध्यात्मिक रूप से जुड़े हुए थे। हम इसे संरक्षित करने जा रहे हैं।
उनके पास जूते, धूप का चश्मा, टोपी, घड़ियां और गहनों का एक कलेक्शन था जो उन्हें पसंद था और हम इसे प्रदर्शित करना पसंद करेंगे।