LIFEstyle
By Dimple Kanwar
रेशे बाल की तरह होते हैं. ये बहुत लंबे और पतले होते हैं. इनमें से कुछ कपास से मिलते हैं. ये आपस में जुड़ कर धागा बनाते हैं.
कुछ रेशे जानवरों से भी मिलते हैं, जैसे भेड़ों से ऊन मिलता है. ये प्राकृतिक स्रोत से मिलने वाला ऊन सीधे काम में आ सकता है. इससे गर्म कपड़े बनाए जाते हैं.
रेशम एक कीट के प्रोटीन से बना रेशा है. रेशम के बने कपड़ों की डिमांड एक समय में सबसे अधिक होती थी। Cloth History of Human
सबसे पहले हमें रेशों को एक साथ कर लंबा मजबूत सूत बनाने की जरूरत होती है. यह बहुत कुशलता का कार्य है क्योंकि रेशे अपेक्षाकृत छोटे होते हैं,
ऊन के रेशे भेड़ से आमतौर पर 7.5 सेंटीमीटर बाल होने पर काटे जाते हैं. परतनुमा रेशों को धागे में तब्दील करते हैं|.
हर तरह के काते गए धागे होते हैं. ये पतले, मोटे, सख्त, मुलायम और यहां तक ऐसे हो सकते हैं जिन्हें आप काट नहीं सकते. यह रेशे और कताई मशीन पर निर्भर करता है.
बुनाई में धागे चेसबोर्ड पैटर्न की तरह एक दूसरे के ऊपर से गुजरते हैं जबकि ‘नीटिंग’(बुनाई) में फंदा बनाक, एक फंदे को दूसरे के भीतर से निकाला जाता है.