राजस्थान में बारिश का कोहराम!: टापू में तब्दील हुआ आस्था का केन्द्र, 80 लोग फंसे, मकान पर गिरी चट्टान, इस बांध के 12 गेट खोले गए 

बांसवाड-डूंगरपुर क्षेत्र में दो दिन से भारी बारिश के चलते आस्था का केन्द्र बेणेश्वर धाम टापू में बदल गया है। तीन नदियों सोम, माही व जाखम के संगम पर बसा बेणेश्वर धाम अतिभारी बारिश के चलते चारों ओर से पानी में घिर गया और धाम का तीनों मार्गों से संपर्क कट गया।

जयपुर | Heavy Rain in Rajasthan: राजस्थान में इस बार मानसून कुछ ज्यादा ही मेहरबान दिख रहा है। मानसून की दस्तक के बाद से एक दिन भी ऐसा नहीं रहा जब प्रदेश के किसी भाग में जोरदार बारिश नहीं हुई हो। इसी बीच प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश लोगों के लिए अब मुसीबत भी बन गई है। रक्षाबंधन पर प्रदेश में मेघों ने मल्हार गाया। बीते दिन बांसवाड़ा, कोटा, डूंगरपुर, झालावाड़, उदयपुर समेत कई जिलों में जोरदार बारिश हुई। बांसवाडा के दानपुर में रक्षाबंधन पर 8 इंच बारिश होने से कई इलाके जलमग्न हो गए है। 

आस्था का केन्द्र बेणेश्वर धाम टापू में तब्दील
बांसवाड-डूंगरपुर क्षेत्र में दो दिन से भारी बारिश के चलते आस्था का केन्द्र बेणेश्वर धाम टापू में बदल गया है। तीन नदियों सोम, माही व जाखम के संगम पर बसा बेणेश्वर धाम अतिभारी बारिश के चलते चारों ओर से पानी में घिर गया और धाम का तीनों मार्गों से संपर्क कट गया। जिससे वहां मौजूद करीब 80 लोग फंस गए। हालांकि, सभी लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं।

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मकान पर गिरी चट्टान, बांध के 12 गेट खोले गए
राजस्थान में चल रहे भारी बारिश के दौर के बीच मौसम विभाग अगले चार दिन लोगों को अलर्ट रहने की चेतावनी देते हुए भारी बारिश होने के संकेत दिए है। जबकि कई इलाकों में अति भारी बारिश भी हो सकती है। इसी बीच प्रदेश के कालीसिंध बांध में पानी की भारी आवक होने से बांध के 12 गेट 33 मीटर तक खोलकर 1 लाख 42 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई। इसके अलावा उदयपुर में भी बीते दिन पूरे दिनभर बारिश का दौर चलता रहा। जिसके कारण सड़कें दरिया में बदल गई। वहीं, जिले की सभी झीलों में लगातार पानी की आवक से उनका जलस्तर बढ़ गया। फतह सागर झील का जलस्तर बढ़कर 13 फीट को भी पार कर गया है। इसके अलावा भारी बारिश के चलते आबू रोड़ पर कुई गांव की तालाब फली की तलहटी में एक मकान पर विशाल चट्टान गिरने से मकान तहस-नहस हो गया है।

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