Rajasthan @ जोधपुर में टैक्सटाइल पार्क: जोधपुर के कांकाणी में मेगा टैक्सटाईल पार्क की स्थापना के लिए केन्द्र से सहयोग की अपील:गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार की मेगा इन्वेस्टमेंट टैक्सटाइल पार्क योजना (मित्रा) के तहत जोधपुर के कांकाणी में मेगा टैक्सटाइल पार्क स्थापित करने की दिशा में भारत सरकार से सहयोग का अनुरोध किया है। ऎसे में मेगा टैक्सटाइल पार्क के स्थापित होने से प्रदेश के वस्त्र उद्योग को और मजबूती मिल सकेगी।


जयपुर।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत(Chief Minister Ashok Gehlot) ने केंद्र सरकार की मेगा इन्वेस्टमेंट टैक्सटाइल पार्क योजना (मित्रा) के तहत जोधपुर के कांकाणी में मेगा टैक्सटाइल पार्क (Mega Textile Park) स्थापित करने की दिशा में भारत सरकार से सहयोग का अनुरोध किया है। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान को वस्त्र आधारित उद्योगों के एक प्रमुख हब के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रही है और इस पार्क के लिए एक हजार एकड़ भूमि तथा अन्य आवश्यक आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। ऎसे में मेगा टैक्सटाइल पार्क के स्थापित होने से प्रदेश के वस्त्र उद्योग को और मजबूती मिल सकेगी।
गहलोत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास(Chief Minister's residence) पर केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय के सचिव उपेन्द्र प्रसाद सिंह एवं राज्य के उद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में इस पार्क को जल्द स्वीकृति देने के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर समन्वय एवं सहयोग की आशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर से जुड़ाव, बेहतर कनेक्टिविटी, कच्चे माल, लॉजिस्टिक एवं श्रम संसाधन की पर्याप्त उपलब्धता आदि आवश्यकताओं को यह क्षेत्र पूरा करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के वस्त्र उत्पादन एवं निर्यात में राजस्थान का प्रमुख स्थान है। राज्य में बड़ी संख्या में वस्त्र एवं परिधान निर्माण की इकाइयां संचालित हैं। इनसे विदेशी मुद्रा अर्जन के साथ ही बड़ी तादाद में लोगों को रोजगार मिल रहा है। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में बाड़मेर रिफाइनरी के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। राज्य सरकार इससे जुड़े क्षेत्र को पेट्रो एवं पेट्रोकेमिकल्स आधारित उद्योगों के हब के रूप में स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। इसके लिए विकसित किए जा रहे पेट्रोलियम, केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिकल्स इनवेस्टमेन्ट रीजन (पीसीपीआईआर) में इन उद्योगों के डाउन स्ट्रीम उत्पादों पर आधारित टेक्नीकल टेक्सटाइल सेक्टर के विकास की भी व्यापक संभावनाएं हैं। इसे देखते हुए पाली के रोहट में घोषित मारवाड़ इण्डस्टि्रयल क्लस्टर के अंतर्गत 100 एकड़ में ‘टेक्नीकल टेक्सटाइल जोन’(Technical Textile Zone') स्थापित करने पर भी बैठक में चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि कांकाणी एवं रोहट औद्योगिक क्षेत्रों में जल की उपलब्धता पूर्व में सुनिश्चित की जा चुकी है एवं राष्ट्रीय राजमार्ग-62 पर स्थापित होने के कारण यहां निवेश की प्रबल संभावनाएं हैं। बैठक में राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की अध्यक्ष वीनू गुप्ता, रीको के अध्यक्ष कुलदीप रांका, उद्योग एवं एमएसएमई विभाग के सचिव तथा रीको के एमडी आशुतोष ए.टी. पेंडनेकर आदि अधिकारी मौजूद थे।