भारत: जोमैटो के महाकाल विज्ञापन को लेकर ऋतिक रोशन फंसे मुश्किल में

अभिनेता पर आरोप है कि, उन्होंने विज्ञापन में धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। जहां वह यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उन्हें उज्जैन में एक थाली खाने का मन कर रहा है और इसलिए वह महाकाल से ऑर्डर करते हैं।

ऋतिक रोशन

मुंबई । बॉलीवुड स्टार ऋतिक रोशन ऑनलाइन फूड डिलीवरी फर्म जोमैटो के विज्ञापन के बाद एक नए विवाद में फंस गए हैं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी - कैट) ने अभिनेता और फूड डिलीवरी ऐप पर विज्ञापन के माध्यम से लोगों को गुमराह करने और धोखा देने का आरोप लगाया है।

कैट ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी पत्र लिखकर ऋतिक और जोमैटो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

अभिनेता पर आरोप है कि, उन्होंने विज्ञापन में धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। जहां वह यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उन्हें उज्जैन में एक थाली खाने का मन कर रहा है और इसलिए वह महाकाल से ऑर्डर करते हैं।

कैट ने बयान में कहा, महाकाल की प्रसाद थाली सदियों से मुफ्त में परोसी जाती है लेकिन मंदिर परिसर में एक निर्दिष्ट स्थान के भीतर ही। मंदिर के बाहर किसी को भी प्रसाद थाली देने का सवाल ही नहीं उठता।

उज्जैन में शिव का महाकालेश्वर या महाकाल मंदिर 12 ज्योतिलिंर्गों में से एक है और यह पूरे भारत से सैकड़ों हजारों भक्तों को आकर्षित करता है। इससे पहले मंदिर के पुजारियों ने कहा था कि जोमैटो को तुरंत विज्ञापन वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।

कैट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जोमैटो ने कहा, यह विज्ञापन उज्जैन के कुछ पिनकोड में चलने वाला विज्ञापन महाकाल रेस्तरां में थाली को संदर्भित करता है, न कि श्रद्धेय श्री महाकालेश्वर मंदिर को।

महाकाल रेस्तरां, जोमैटो ने बताया, उज्जैन में हमारे उच्च ऑर्डर-वॉल्यूम रेस्तरां भागीदारों में से एक है और थाली इसके मेनू पर एक प्रशंसित आइटम है।

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कंपनी के बयान में कहा गया है, वीडियो एक अखिल भारतीय अभियान का हिस्सा है जिसके लिए हमने प्रत्येक शहर में लोकप्रियता के आधार पर शीर्ष स्थानीय रेस्तरां और उनके शीर्ष व्यंजनों की पहचान की है।

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महाकाल रेस्तरां उज्जैन में अभियान के लिए चुने गए रेस्तरां में से एक है। हम उज्जैन के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं और विचाराधीन विज्ञापन अब नहीं चल रहा है। हम अपनी ईमानदारी से क्षमा चाहते हैं क्योंकि यहां इरादा कभी किसी की आस्था और भावनाओं को आहत करने का नहीं था।

इस बीच, अपने बयान में कैट ने आरोप लगाया कि, यह घटना यह दिखाती है कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से समर्थित कंपनियां भारत के कानून और सिस्टम का कैसे मजाक बना रही हैंै।

ऋतिक पर निशाना साधते हुए कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि, मशहूर हस्तियां खूब पैसे लेती हैं और इसलिए कंपनी की बिक्री बल का हिस्सा बन जाती हैं।

उन्होंने कहा, वे अपने दायित्व से इनकार नहीं कर सकते हैं और इसलिए अभिनेता ऋतिक रोशन के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिन्होंने विज्ञापन में अभिनय की सामग्री को सत्यापित किए बिना दिखाया है कि पैसा कमाना ब्रांड एंबेसडर और मशहूर हस्तियों का एकमात्र मानदंड है।

कैट ने विज्ञापन जारी होने के बाद जोमैटो को मिले ऑर्डरों की संख्या और महाकाल प्रसाद थाली की आड़ में ऑर्डर कहां से पूरे किए, इसकी भी जांच की मांग की।

फूड डिलेवरी ऐप की विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए जोमैटो ने इस विज्ञापन को काफी पहले ही शूट किया था।

यह दूसरा मौका है जब ऋतिक ने इस तरह के विवाद में फंस गए हैं। हाल ही में ऋतिक ने ट्विटर पर बॉयकॉट ट्रेंड के खिलाफ आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा का सपोर्ट किया था। इसके चलते ऋतिक की सैफ अली खान के साथ आने वाली फिल्म विक्रम वेधा को बहिष्कार झेलना पड़ा।